क्यूं खास हैं सचिन तेंदुलकर की सिडनी में खेली गई 241 रन की नाबाद पारी

 Intro : द गॉड ऑफ़ क्रिकेट सचिन तेंदुलकर की एक ऐसी पारी जो उनकी मानसिक्ता और धैर्य को दिखाती हैं आकाश चोपड़ा के यूट्यूब चैनल पर सचिन तेंदुलकर अपनी सिडनी में खेली गई 241 रन की नाबाद पारी के बारे में बात करते हैं जहां सचिन बताते हैं कि कैसे ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज सचिन तेंदुलकर को ऑफ़ साइड में लगातर गेंदबाजी करते रहते हैं परंतु सचिन तेंदुलकर उनकी इस योजना को सफल नहीं होने देते और इस मैच में दोहरा शतक लगा देते हैं।

Sachin Tendulkar 241 Not Out At Sydney
Sachin Tendulkar ©Cricket Australia 

भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा

बात हैं साल 2003-04 की भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा होता हैं जहां भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलनी थीं इस टेस्ट श्रृंखला का चौथा टेस्ट मैच सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में 2 से 6 जनवरी, 2004 तक चलता हैं।

सचिन तेंदुलकर बनाम 11 ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी

Sachin Tendulkar 241 Not Out At Sydney
Sachin Tendulkar ©Cricket Australia 


सचिन तेंदुलकर आकाश चोपड़ा के यूट्यूब चैनल में बताते हैं कि जब इस ऑस्ट्रेलियाई दौरे के दौरान वह अपने बल्लेबाजी के बारे में अपने भाई से बातचीत करते हैं जहां उनका भाई इस चौथे टेस्ट मैच में उन्हे नाबाद रहने का चैलेंज देते हैं और सचिन तेंदुलकर चैलेंज को स्वीकार कर लेते हैं

 सचिन तेंदुलकर आगे बताते हैं कि जब भारत की पहली पारी में सचिन तेंदुलकर बल्लेबाजी करने आते हैं तो ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज सचिन तेंदुलकर के खिलाफ ऑफ साइड में ही लगातार गेंदबाजी करते रहते हैं सचिन आगे बताते हैं कि फिर मैंने ठान लिया था कि मेरे धैर्य का टेस्ट लिया जा रहा हैं देखते हैं कि कौन धैर्य खोता हैं मैं या फिर ये 11 ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी। ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज ऑफ साइड में गेंदबाजी करते रहते हैं क्योंकि इस टेस्ट श्रृंखला में सचिन तेंदुलकर ऑफ साइड की गेंदों में संघर्ष करते हुए नजर आए थे

 लेकिन इस बार सचिन तेंदुलकर आस्ट्रेलिया की इस योजना को सफल नहीं होने देते। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज ऑफ साइड में एक के बाद एक गेंद करते रहते हैं परंतु सचिन तेंदुलकर इस बार बाहर जाती गेंद यानि ऑफ साइड की गेंदों को छेड़ते नहीं हैं और जाने देते हैं

 सचिन बस ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की गलती का इंतजार करते हैं और जैसे ही ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज अपनी लाइन व लेंथ से भटकते हैं तब उन गेंदों पर सचिन तेंदुलकर रन बनाते रहते हैं और ऐसे करते-करते सचिन तेंदुलकर दोहरा शतक जड़ देते हैं व 241 रन की नाबाद पारी खेलते हैं इस पारी के दौरान सचिन तेंदुलकर के बैट से बहुत कम रन कवर ड्राइव के रूप में व कवर साइड में आते हैं

भारत की दूसरी पारी में भी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज सचिन तेंदुलकर को अपनी गेंदबाजी में नहीं फंसा पाते हैं दूसरी पारी में भी सचिन तेंदुलकर 60 रन की नाबाद पारी खेलते हैं

अंततः इस तरह सचिन तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की योजना को सफल भी नहीं होने दिया और अपने भाई से लिया चैलेंज भी जीत जाते हैं।

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